Tuesday, 30 August 2022

MANUFACTURING TO CUSTOMERS EXAMPLE

                Chapter 3

नमस्कार दोस्तों, चैप्टर 3 मे आप सब का स्वागत है |आज हम जानेंगे मैन्युफैक्चरिंग से कस्टमर तक सफर |

               मैन्युफैक्चरिंग से कस्टमर्स तक सामान कैसे पहुँचता है आज हम जानेगे | कैसे लोग अमीर का अमीर रह जाता है और गरीब का गरीब रह जाता है |आप रोजाना नहाते है , नहाने समय आप साबुन लगाते है पर कभी आपने सोचा है की ये साबुन कितना रुपया लागत लगा होगा इसे बनाने मे |

         मान कै चलो आप एक साबुन     10 रुपया  मे एक दुकान से खरीद कै लाया, पर इसका जो लागत होता है आप जान कै हैरान हो जाओगे | इसका जो लागत है मात्र 3 रुपया |अब आप सोचिये मात्र 3 रुपया का साबुन है और हम इसे ख़रीदे है 10 रुपया मे |पर ये 3 रुपया का साबुन 10 रुपया कैसे हो जाता है 

       आज हम जानेंगे -

     मेन्युफैक्चर - (साबुन ) मात्र 3रुपया 

                

मान कै चलिए साबुन तो कम्पनी ने बना लिया पर इस साबुन को कौन जनता है की ये नाम का कोई साबुन बनाया है किसी कम्पनी ने | इसके लिए कम्पनी क्या करता है | कम्पनी अपना साबुन को लोगो की दिमाग़ मे सेट करने करने कै लिए और उसे धीरे धीरे लोगो की आदत बनाने कै लिए वो प्रचार करते है और वो प्रचार हम और आप करते है नहीं....क्यूंकि आपको और हमको तो कोई पहचानते नहीं है इसके लिए कम्पनी कोई ऐसा चेहरा खोजते है जो उसे बच्चे से लेकर बूढ़े तक सब पहचनते है |

         इसके लिए कम्पनी कोई अभिनेत्री से प्रचार करते है| कम्पनी अपना साबुन प्रचार करने कै लिए अभिनेत्री को बोलते है ये मेरे कम्पनी कै साबुन है आप इसे प्रचार करो बदले मे आपको कुछ परसेंटेज रुपया दूंगा | यानि जितना साबुन बनेगा उसका कुछ परसेंटेज देगा |

         अब अभिनेत्री उस साबुन का प्रचार करते है की ये साबुन लगाओ मेरे जैसा गोरा बदन पाओ... मेरे इस खूबसूरती का राज ये साबुन है... बस यह प्रचार टीवी मे दिखा देते है और लोग उसे देखने कै बाद सोचते ये साबुन वो अभिनेत्री लगाती है अब हम भी लगाएंगे और गोरा हो जायेंगे         साबुन लगाने से यदि गोरा होता तो काले  लोग कभी काले नहीं रहते सभी गोरे होते | अभिनेत्री को बस इतना सा प्रचार कै लिए करोड़ों रुपया मिलता है | पर आपको क्या लगता है करोड़ो रुपया लेने वाली ये 10 रुपया का साबुन लगाती होंगी... बिलकुल नहीं.. पर हम और आप जरूर लगाएंगे |

          अब 3 रुपया का साबुन...2 रुपया प्रचार.. कुल मिलाकर अब 5 रुपया हो गया..

          मैन्युफैक्चरिंग हो गया और प्रचार भी हो गया अब साबुन को कम्पनी से मार्केट मे लाना है उसके लिए स्टेट लेवल को 2 रुपया, डिस्ट्रिक्ट लेवल को 1 रुपया  होल सेलर को 1 रुपया, उसके बाद रिटेलर को भी 1 रुपया, कुल मिलाकर हो गया 10 रुपया जो हम और आप खरीदते

        साबुन का मैन्युफैक्चरिंग मे हुआ 3 रुपया का लागत और ये हमारे पास यानि कस्टमर कै पास आते आते 10 रूपये का हो गया |

         अब इस सारा प्रोसेस मे जितने भी सामिल है मैन्युफैक्चरिंग से लेकर रिटेलर तक सभी कै सभी अमीर कै अमीर होता जा रहा है,  हम और आप जो कस्टमर है 3 रुपया का साबुन 10 रूपये मे खरीदते  है | अब इस सारा बिचौलिया को छोड़ कै अगर कोई गरीब है तो वो है कस्टमर | इसका नाम ही है कस्ट से मर जो है कस्टमर |


         हम आप से जानना चाहते की अगर आपको:-

        1*1 =1    और  1+1=2

इस दोनों मे से आपको कोई एक को चुनना है तो आप किसे चुनेंगे..1 रुपया या 2 रूपया कमैंट्स मे जरुर लिखें |

     

           

           


                                   



 


        

Sunday, 28 August 2022

How to Improve Financial knowledge

                       Chapter 2

चैप्टर 2 मे आप सब का स्वागत है आज हम जानेंगे की आखिर अमीर आदमी अमीर क्यों है और गरीब आदमी गरीब क्यों है... ऐसा क्या कारण है आज जानेंगे...

        ऐसा क्या कारण है की जो अमीर है वो और ज्यादा अमीर होता जा रहा है और जो गरीब है वो गरीब ही रह जाता है.....|

        वो कारण है  Education, शिक्षा, फाइनेंसियल ज्ञान| क्यूंकि आप कोई भी फिल्ड मे जाए अगर उस फिल्ड का ज्ञान आपको नहीं है तो आप 100% फैल हो जाओगे | अगर आपको सफल होना है तो सबसे पहले आपको पैसो की समझ होना चाहिए  | अगर आपको पैसो की समझ नहीं है तो पहले आपको सीखना पड़ेगा |

       आपने कहानी तो बहुत सुना होगा पहले |कहते थे की एक जंगल मे एक शेर रहता था.. शेर मतलब जंगल का राजा जो जंगल का राजा है और वो अकेले जंगल मे राज करता था | पर अब ऐसा नहीं होता क्यों की अब एक जंगल मे अनेक शेर रहता है | यहाँ मे शेर की बात नहीं कर रहा हुँ | यहाँ मे इंसान यानि हम सब की बात कर रहा हुँ | इसका मतलब समझें - कम्पिटिशन |

         अभी कॉम्पीटिशन इतना ज्यादा है की हर चीज मे कॉम्पीटिशन है | आप किसी भी फिल्ड मे जाये आपका कॉम्पीटिशन तो होगा | यह इतना ज्यादा है की आपके कुछ सोचने कै पहले कोई दूसरा कर दिया होता है |इस कॉम्पीटिशन कै दौर मे आपको बिज़नेस करना है या कुछ भी करना है तो आपको पहले सीखना पड़ेगा |लोग जो बिज़नेस या काम कर रहे है आप भी वही काम करिये या उनसे कुछ अलग करिए पर सिखने कै बाद |

         आप कोई चीज सिखने कै बाद करते है तो आपको ज्यादा सफलता मिलेगा ये मेरा वादा है आपसे,       कहते है शिक्षा उतना ही जरुरत है जितना की एक अंधे को आँखे...! हम आपको रास्ता दिखाऊंगा पर चलना आपको है. क्या आप तैयार है.... आपको अगर बड़ा आदमी बनना है, फाइनेंसियल फ्रीडम होना है तो कुछ बड़ा सोचना होगा यानि आपकी सोच बड़ी होनी चाहिए | छोटी सोच और बिना ज्ञान कै आदमी समान होते है |


         चलिए आज हम जानेगे की बाजार मे पैसो की हेरा फेरी कैसे होती है और उसे पकड़ कै रखना कैसे है |

   

                      

     


Thursday, 25 August 2022

Business Education In Hindi language

                          Chapter 1

*Business Education* 

           नमस्कार दोस्तो, फाइनेंसियल ज्ञान दर्शन, बिज़नेस एजुकेशन में आप सबका स्वागत हैं |

आज का टॉपिक है बिज़नेस एजुकेशन, आज हम आप से बिज़नेस एजुकेशन कै बारे मे जानकारी देंगे की कैसे गरीब से अमीर बनना है |एक गरीब आदमी अमीर कैसे बनता है |

          शुरू करते है आज का टॉपिक बिज़नेस एजुकेशन,

            आज कै जमाने मे लोग तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं वो चाहते हे जल्दी से जल्दी बहुत ज्यादा पैसा कमाए | लाखो, करोड़ों कमाना तो चाहते हे, पर कैसे, कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा हे मतलब किस फिल्ड मे जाए |इस दुनिया मे सभी लोग पैसा कमाते तो हे पर 90% लोग उतना नहीं कमा पाते जिसे वो अपना और अपने परिवार का सपना पूरा कर सके |

            इस दुनिया मे दो तरह कै काम होते हे एक होता हे आसान काम और दूसरा होता हे मुश्किल काम | जिसको पैसो की समझ हे उसके लिए पैसा कामना बहुत ही आसान हे पर जिसको पैसो की समझ नहीं हे उसके लिए बहुत ही मुश्किल हे, वो पैसा तो कमाते हे पर उन पैसे से सपने पुरे नहीं कर पाते |अगर मे आप से पूछू की बड़ा आदमी बनने कै लिए क्या करना पड़ता हे या फाइनेंसियल फ्रीडम होने कै लिए क्या करना पड़ता हे तो आप कहेगे मेहनत करना पड़ता हे |

दोस्तो अगर आपका जबाब मेहनत करना पड़ता हे तो मे आप को बता दू की इस दुनिया मे सबसे ज्यादा मेहनत तीन ही लोग करते हे |वो हे :-

        1)    किसान...


      एक किसान ही है जिसके मेहनत पर इस दुनिया को खाने कै लिए अनाज मिल रहा है | वो ना धुप देखता है और ना ही बारिस.. बल्कि अपनी कड़ी मेहनत से बंजर जमीन को उपजाऊ बनाते है और अनाज उगाते है |

         किसान हमारे जीवन का वो रास्ता है जो हमें यह सिखाता है की आप कै जीवन मे कोई ना कई एक लक्ष होना चाहिए | चाहे वो लक्ष्य पाने कै लिए कितना भी मुसीबत क्यों ना हो बस हार नहीं मानना है | 



        2)    मजदूर...





        3)    रिक्शा चालक..




      अब आप बताये की ये तीनो मेहनत करते हे की नहीं |ये तीनो सबसे ज्यादा मेहनत करते हे |इतना मेहनत करने कै बाबजूद क्या ये फाइनेंसियल फ्रीडम हे.. नहीं।

          बड़ा आदमी बनने कै लिए मेहनत की नहीं सही ज्ञान की जरुरत हे। फाइनेंसियल ज्ञान होना चाहिए | इस दुनिया मे 90% लोगो का धन 10% लोगो कै पास हे और 10% लोगो का धन 90% लोगो कै पास है | 

            अगर मे 10% लोगो का धन और 90% लोगो का धन  बराबर 100% लोगो मे बाँट दू..तो सब कै पास बराबर एक समान धन रहेगा।कोई गरीब नहीं रहेगा,कोई अमीर नहीं रहेगा, सब समान  | सबको समान कर दिए....

           अब....आप 5 साल बाद देखो की क्या सबके पास समान धन है। जी नहीं आपको सबके पास समान धन देखने को नहीं मिलेगा | फिर से आपको 90% लोगो का धन 10% लोगो कै पास मिलेगा और 10% लोगो का जो धन है वो 90% लोगो कै पास मिलेगा | यानि की पहले जो गरीब था फिर से वो गरीब हो गया और जो अमीर था वो अमीर हो गया |

         ऐसा क्या कारण था जो फिर से गरीब का गरीब रह गया और अमीर का अमीर रह गया....

           


            हम जानेंगे आगे....... 🙏🙏🙏
धन्यवाद 

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